मकान का किराया भरे या लोन की किश्त, प्रधानमंत्री आवास लाभार्थियों की पीड़ा
हर आदमी को खुद के घर का सपना होता है। इसी उम्मीद में कई लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फार्म भरे थे। इसमें कई लोगों का ड्रा में नंबर भी लगने पर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान आवंटित किए गए थे। लोगों ने मकान का लोन भी करवा लिया और उसकी किश्त भी शुरू हो गई है। वहीं दूसरी ओर किराये पर रह रहे लोगों को किराया भी चुकाना पड़ रहा है। किराया और लोन की किश्त की दोहरी मार झेल रहे मध्यमवर्गीय परिवार की कबर टूट गई है। लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवंटित मकान की किश्त शुरू होने के बावजूद घर पर कब्जा दिया गया है। जब लोग अपनी बात रखने पहुंचे तो उन्हें सुनने के बजाय अधिकारी कार्यालय से फरार हो जाने का आरोप लोगों लगाया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान आवंटित नहीं किए जाने से लोग परेशान हो रहे हैं। लोगों के अनुसार वर्ष 2018 में ड्रॉ में नाम निकला था और वर्ष 2019 में आवंटन की बात की गई थी। लोगों को राहुल राज मॉल के पीछे भी आवंटित किया गया था। हालांकि 40 महीने के बाद भी मकान नहीं मिला। लोगों का आरोप है कि जब कार्यालय पहुंचे तो अधिकारी भाग गए थे।
मकान लोन की किश्त शुरू होने के बावजूद मकान का कब्जा नहीं दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर अन्य जगह पर मकान का किराया चुकाना पड़ रहा है। कोरोनाकाल में कामधंधा नहीं होने से उनकी हालत दयनीय हो गई है। इसको लेकर कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके है, लेकिन अधिकारियों के पेट का पानी भी नहीं हिलता। अब जाए तो कहा जाए।