
बीजेपी को 12 सीटें देने वाली सुरतियों पर 307 करोड़ टैक्स बढ़ाकर बजट पेश
सूरत महानगर पालिका के मनपा आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने आज सूरत महानगर पालिका का 2023-24 का 7707 करोड़ का बजट पेश किया। पिछले साल की तुलना में बजट में 420 करोड़ की बढ़ोतरी की गई।
बजट की खास बात यह है कि आम जनता पर यूजर चार्ज और प्रॉपर्टी टैक्स के तहत 307 करोड़ का टैक्स बढ़ाया जाने वाला है। हालांकि इस बजट की कांग्रेस ने निंदा की थी।
कांग्रेस नगरसेवक असलम सायकलवाला ने कहा कि यह बोझ भाजपा के लिए 12 सीटों पर कब्जा करने वाले सुरतियों पर डाला गया है।
हालांकि नगर आयुक्त ने इस बजट को विकासोन्मुखी, हरित बजट और महिलाओं व बच्चों के अनुकूल बताया। बजट की कुछ खास बातों पर नजर डालें तो..
बजट की खास बातें..
सूरत नगर निगम का 7707 करोड़ का बजट
नगर निगम के इतिहास का सबसे बड़ा बजट
बजट में 352 करोड़ का राजस्व सरप्लस।
– इससे विकास कार्यों के लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध होगी।
– नए क्षेत्रों की अधोसंरचनात्मक सुविधाओं पर जोर।
– वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 1400 करोड़ के प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट की योजना..
– जलापूर्ति के लिए 317 करोड़ का आवंटन।
– सड़कों के लिए 70 करोड़ का आवंटन।
– जल निकासी के लिए 106 करोड़ का आवंटन।
– स्ट्रीट लाइट के लिए 7 करोड़ का आवंटन।
– 3 पुलों के माध्यम से नए क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 207 करोड़
– डुमस सी फेस डेवलपमेंट के लिए 112 करोड़ का प्रावधान।
– तापी ट्रीटमेंट के लिए 600 करोड़ का प्रावधान।
– वीआईपी रोड से ओएनजीसी तक नया कैनाल कॉरिडोर बनाया जाएगा।
– चार और नई प्रतिष्ठित सड़कें बनेंगी।
– पहली बार 10 प्रतिशत से अधिक राशि पर्यावरण स्थिरता के लिए है।
– सोलर प्लांट और विंड पावर प्लांट पर जोर..
– डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए 188 और इलेक्ट्रिक वाहन…
– पिंक ऑटो प्रोजेक्ट के लिए 120 ई-रिक्शा ऑन रोड कराने की योजना है।
– 20.47 करोड़ की लागत से इलेक्ट्रिक बस डिपो..पहली बार होगा ग्रैंड ईवी एक्सपो का आयोजन.
सूरत नगर निगम राजस्व और विकास कार्यों में रिकॉर्ड बनाएगा
अब तक नगर पालिका की आय 2100 करोड़ को पार कर चुकी है। और 31 मार्च तक इसके 2700 करोड़ के पार जाने की उम्मीद है। अब तक नगर पालिका की आय 2250 करोड़ हो चुकी है, सूरत नगर पालिका की आय भी इस बार विकास कार्यों के खर्च में रिकॉर्ड होगी। क्योंकि अब तक सूरत नगर पालिका का पूंजीगत खर्च सिर्फ एक बार 1850 करोड़ रुपए था।
हालांकि इस बार 3472 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के प्रावधान के सामने 1500 करोड़ रुपये को पार किया गया है और कुछ करोड़ के चेक का भुगतान किया गया है, यह एक सप्ताह में 2000 करोड़ को पार कर जाएगा और वित्तीय वर्ष के अंत तक 2400 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।
सूरत में पिछले 10 साल से कोई टैक्स नहीं बढ़ा
सूरत में 10 साल से नहीं बढ़े टैक्स के रेट, तय था इस साल टैक्स बढ़ेगा आपको बता दें कि मुंबई में टैक्स की दर सूरत से छह गुना, पुणे में चार गुना, कोलकाता में ढाई गुना, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, इंदौर, वडोदरा और अहमदाबाद में दो गुना है। राज्य सरकार ने सभी नगर पालिकाओं से आत्मनिर्भर बनने का आग्रह किया है। इसलिए सूरत के साथ-साथ राज्य की सभी नगर पालिकाओं में करों में वृद्धि करना अपरिहार्य है।