
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए जहां राज्य सरकार अथक प्रयास कर रही है, वहीं सूरत महानगरपालिका और सूरत जिला पंचायत ने संयुक्त रूप से एस.डी. जैन कॉलेज, वेसू के पीछे सूरत महानगरपालिका द्वारा संचालित सब्जी मंडी में प्राकृतिक कृषि बाजार का निर्माण किया गया है। जिसमें सूरत जिले के सभी तालुकाओं के प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को आसानी से अपने उत्पाद बेचने के लिए एक मंच मिलेगा।
जिले के विभिन्न तालुकाओं के गांवों में प्राकृतिक खेती करने वाले 70 से अधिक किसान हर बुधवार और रविवार सुबह यहां उच्च गुणवत्ता वाली और रसायन मुक्त सब्जियां, फल, दालें और अनाज सीधे बेचेंगे। प्राकृतिक कृषि बाजार का उद्घाटन 7 अप्रैल को प्रातः 10 बजे राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा किया जाएगा। महापौर दक्षेशभाई मावाणी, जिला पंचायत अध्यक्ष भाविनीबेन पटेल, जिला कलेक्टर, मनपा आयुक्त सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहेंगे।
किसान प्राकृतिक कृषि उत्पादों को सीधे बाजार में बेच सकेंगे
जिला प्रशासन और सूरत महानगरपालिका की इस पहल के तहत किसान अपनी कृषि उपज सीधे बाजार में बेच सकेंगे, जिससे उन्हें उचित मूल्य मिलने के साथ ही उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, शहरी क्षेत्रों में लोगों को उच्च गुणवत्ता वाले प्राकृतिक कृषि उत्पादों तक भी आसान पहुंच होगी, जिससे स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद मिलेगी।
मनपा ने सब्जी मंडी 41.56 लाख लागत से बनाई
यह सब्जी मंडी सूरत महानगरपालिका द्वारा 41.56 लाख रुपये की लागत से 1106 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनाई गई है। जनवरी 2025 में सूरत महानगर पालिका ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष प्रस्ताव पारित किया और सूरत जिले में प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों के लिए न्यूनतम किराए पर स्थान आवंटित किया। यह बिक्री केन्द्र प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को अधिक लाभ प्रदान करेगा तथा भविष्य में अन्य किसानों को भी प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
सूरत जिला प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में अग्रणी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का आह्वान किया है, जिसमें राज्यपाल आचार्य देवव्रत और दूरदर्शी मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल विशेष भूमिका निभा रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में सूरत जिला प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में अग्रणी बन रहा है। जिले के किसान उत्साहपूर्वक इस पहल में शामिल हो रहे हैं।