सुमुल डेयरी में टेंपो चालक की हत्या : कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन किए जाने पर पुलिस का लाठीचार्ज
सुमुल डेयरी परिसर में पार्किंग को लेकर हुई मारपीट में एक टेंपो चालक की चाकू मारकर हत्या करने के बाद आज सुबह मृतक के परिवार के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में टेंपो चालकों ने सुमुल डेयरी के बाहर धरना दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस का काफिला मौके पर पहुंच गया। उधर, सुमुल डेयरी के प्रबंधन ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया था। मृतक के परिजनों को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर टेंपो चालकों के हंगामे से माहौल तनावपूर्ण हो गया। तीन घंटे तक चले गतिरोध के बाद सुमुल डेयरी के प्रबंधन ने 12 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा करने पर टेम्पो चालकों का गुस्सा शांत हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार मिलिन्दरनगर के रहने वाले और सुमुल डेयरी में ठेके पर टेंपो चालक का काम करने वाले सुनील नाम के 30 वर्षीय व्यक्ति का एक अन्य टैंकर के चालक रवि शुक्ला से विवाद हो गया। टेंपो की पार्किंग को लेकर हुई मारपीट में रवि शुक्ला ने सुनील पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया था। जिसके बाद किरण अस्पताल में इलाज के दौरान सुनील की मौत हो गई। सुमुल डेयरी के परिसर में एक सामान्य विवाद में एक टेंपो चालक की हत्या से अन्य टेंपो चालकों में भी आक्रोश व्याप्त था।
आज सुबह माहौल तनावपूर्ण हो गया जब मृतक सुनील के परिजनों समेत बड़ी संख्या में टेंपो चालकों ने सुमुल डेयरी के मुख्य द्वार के सामने धरना दिया। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन टेम्पो चालकों द्वारा मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता की मांग की। स्थिति पर काबू पाने के लिए मजबूरन पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। पुलिस द्वारा चार पांच टेम्पो चालकों की गिरफ्तारी किए जाने की भी जानकारी मिली है।
हालांकि तीन घंटे तक चले गतिरोध के बाद सुमुल डेयरी के प्रबंधन ने मृतक सुनील के परिवारों को मानवीय आधार पर 12 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा करने पर मामला शांत हो गया। इस बीच सुमुल डेयरी से दोपहर डिलीवरी किए जाने वाले करीबन 2.50 लाख लीटर दूध आपूत्ति प्रभावित होने की बात कहीं जा रही है।