धर्म- समाज

जम्मू- कश्मीर के पर्यटन स्थल पुकार रहे हैं पर्यटकों को

पर्यटन विभाग का पर्यटन को बढ़ावा देने रोड शो का आयोजन

जम्मू-कश्मीर अपनी विशिष्टताओं के कारण दे-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। कई जातियों, संस्कृतियों व भाषाओं का संगम बना यह प्रदेश एक खूबसूरत पर्यटन स्थल भी है। इसके तीन क्षेत्रों-जम्मू, लद्दाख और कश्मीर के हजारों पर्यटन स्थल आज भी अपनी शोभा को बरकरार रखे हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए जम्मू – कश्मीर पर्यटन विभाग ने देश के विभिन्न मेट्रोपोलिटन तथा टायर टू शहरों में मल्टीसीटी ड्राइव का आयोजन किया। सूरत में भी शुक्रवार को रोड शो आयोजित करके दक्षिण गुजरात ट्रावेल एसोसिएशन और ट्रावेल एजेंट के साथ चर्चा विचारणा करके जम्मू- कश्मीर में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

जम्मू एन्ड कश्मीर टूरिज्म डेवलोपमेट कॉर्पोरेशन के डिप्टी जनरल मैनेजर अश्वनी गुप्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि जम्मु में तीर्थस्थान और एडवेन्टर टूरिज्म का संयोजन है। प्रवासियों को धार्मिक स्थलों के साथ पर्यटन और एडवेन्चर की विविध संभावना को जम्मू-कश्मीर में बहुत सारे अवसर है। विश्व के कोई भी लेजर डेस्टिनेशन की प्रतियोगिता स्विटजलेंड, सुरीय आदि यूरोपियन देश के समान खुबसुरती और कुदरती सौदर्य जम्मू-कश्मीर में बिखरा पड़ा है।

जम्मू के पास कटरा में वैष्णोदेवी माता का मंदिर, रणजीत सागर तालाब, बेगलीहर तालाब, मानसर, सूरीन्सर तालाब, शिवखोरी, पटनीटॉप, सनासर, नाथा टॉप, भादरवाह, सुध महादेव, माचेल माताजी मंदिर, बाबेवाली माताजी, रघुनाथ मंदिर, विश्व का सर्वोच्च उंचाई पर रेलवे का कौरी ब्रिज, चीनाब रीवर राफ्टींग आदी तीर्थस्थान, पर्यटन और एडवेन्चर स्पोट जम्मू- कश्मीर के टूरिज्म को बढ़ावा देती है।

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