
सूरत : रेलवे में भी 55 किलो ग्राम से अधिक वजनी पार्सल बंद करने की मांग
पिछले एक सप्ताह से सूरत के कपड़ा मजदूर यूनियन द्वारा बड़े और वजनी पार्सलो को बंद करने के लिए अभियान चलाया जा रहा हैं इसी कड़ी में सूरत इंटक के पदाधिकारियों द्वारा सूरत रेलवे स्टेशन के अधिकारियों से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा गया। इंटक द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि पिछले कई वर्ष में देखा जा रहा हैं की रेल व सड़क के मार्ग से जाने वाले पार्सल के आकार और उसके वजन में भारी वृद्धि हुई हैं।
3-4 वर्ष पहले तक पार्सलों का औसत वजन 55 से 65 किलो हुआ करता था वहीं अब 90 से 110 किलो ग्राम जितने वजनी और भारी भरकम पार्सल बनाए जा रहे हैं। इन भारी पार्सलों की लोडिंग अनलोडिंग करते हुए कई मजदूर भाइयों के साथ दुर्घटना हो रही हैं और वे गंभीर रूप से चोटिल भी हो रहे हैं।
मानवाधिकार अधिनियम तथा कारखाना अधिनियम में भी श्रमिकों से उनकी शारीरिक क्षमता अनुसार ही वजन उठवाने का प्रावधान किया गया हैं ऐसे में श्रमिकों से उनकी शारीरिक क्षमता से अधिक वजनी पार्सल उठवाना केवल उनके मानवधिकारों का हनन ही नहीं बल्कि उनका आर्थिक और शारीरिक शोषण भी हैं। अतः हम मांग करते हैं की रेलवे मे मजदूरों से 55 किलो ग्राम से अधिक वजनी पार्सल न उठवाए जाए। इस अवसर पर सूरत इंटक के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा, वरिष्ठ इंटक अग्रणी शान खान, इंटक अग्रणी पप्पू मिश्रा, दीपचंद पांडे, आदि उपस्थित रहे थे।