शिक्षा-रोजगार

टीमलीज स्किल्स यूनिवर्सिटी (टीएलएसयू) ने स्कूली शिक्षकों और करियर काउंसलर के लिए कार्यशाला आयोजित की

कैरियर परामर्श और मार्गदर्शन में छात्र की योग्यता और झुकाव पर विचार करना चाहिए और उन्हें रोजगार योग्य बनाने पर ध्यान देना चाहिए : टीएलएसयू, प्रोवोस्ट, डॉ.अवनि उमट

वडोदरा: आज के समय में करियर के विकल्प की भरमार ने छात्रों के लिए सही करियर चुनना मुश्किल बना दिया है। करियर मार्गदर्शन में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को महसूस करते हुए टीमलीज स्किल्स यूनिवर्सिटी (टीएलएसयू) ने वडोदरा जिले के विभिन्न स्कूलों के

शिक्षकों और करियर काउंसलर के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।
करियर मार्गदर्शन कार्यशाला में प्रोवोस्ट (डॉ.) टीमलीज स्किल्स यूनिवर्सिटी (टीएलएसयू) अवनी उमट ने छात्रों को सही समय पर सही करियर चुनने में मदद करने के लिए कौशल आधारित उच्च शिक्षा परामर्श की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे उन्हें सफलता के लिए एक रोडमैप बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा “हमारे लिए शिक्षकों के रूप में यह अक्सर समय के खिलाफ एक दौड़ होती है क्योंकि हम छात्रों को नौकरियों के लिए तैयार करने या उन्हें उद्यमशीलता के रास्ते पर स्थापित करने के लिए कौशल पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

कार्यशाला में टीएलएसयू द्वारा प्रस्तुत अद्वितीय और कौशल आधारित विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में भी बताया गया। डॉ उमट ने एंड्रागोजी के सिद्धांतों के आधार पर टीएलएसयू के निर्देशात्मक कार्यक्रमों के डिजाइन पर भी प्रकाश डाला और विस्तार से बताया कि कैसे विश्वविद्यालय “पुटिंग इंडिया टू वर्क ” के नारे पर खरा उतरने के लिए अपने पाठ्यक्रम में एंड्रागॉजी के सिद्धांतों को शामिल करता है।

टीएलएसयू रजिस्ट्रार, प्रो. (डॉ.) एच.सी. त्रिवेदी ने कहा कि स्कूलों में करियर कॉर्नर स्थापित करने और शिक्षकों को सलाहकारों की भूमिका सौंपने से छात्रों को उनकी योग्यता और झुकाव के अनुरूप करियर चुनने में मदद मिलेगी।

टीएलएसयू के जीवन कौशल विभाग ने ‘ट्रेन द ट्रेनर’ पहल के हिस्से के रूप में किशोरों के लिए करियर परामर्श पर एक सत्र का भी आयोजन किया। यह सत्र युवाओं को करियर के चुनाव में परामर्श देने की आवश्यकता और चुनौतियों पर केंद्रित था।

कॉमर्स और मैनेजमेंट, हेल्थ लाइफ एन्ड एप्लाइड साइंस , हॉस्पिटालिटी एन्ड टूरिज्म , सूचना प्रौद्योगिकी और मेक्ट्रोनिक्स विभागों के प्रमुखों ने भी भाग लेने वाले शिक्षकों के साथ बातचीत की।

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